Protests erupt outside Kasba Police station as 3 arrested in alleged Kolkata college gang rape
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद एक सनसनीखेज तस्वीर सामने आई है, जिसमें कथित तौर पर हमले में शामिल एक आतंकी को दिखाया गया है
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद एक सनसनीखेज तस्वीर सामने आई है, जिसमें कथित तौर पर हमले में शामिल एक आतंकी को दिखाया गया है। यह धुंधली सीसीटीवी जैसी तस्वीर, जो कई न्यूज़ चैनलों पर प्रसारित हुई है, एक व्यक्ति को सीने पर AK-47 टंगी हुई हालत में दौड़ते हुए दिखाती है। हालांकि इस तस्वीर की प्रामाणिकता की स्वतंत्र पुष्टि अभी नहीं हो सकी है, लेकिन इसने चल रहे सर्च ऑपरेशन को और तेज़ कर दिया है।
यह हमला मंगलवार को पहलगाम के पास स्थित हरे-भरे बैसरण मैदान में हुआ था, जो 'मिनी स्विट्ज़रलैंड' के नाम से मशहूर है और पहलगाम से सिर्फ 7 किलोमीटर दूर है। हमले में अब तक 28 लोगों की मौत हो चुकी है, जिससे यह 2019 में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद का सबसे बड़ा नागरिक हमला बन गया है। कई घायल अभी भी दक्षिण कश्मीर के विभिन्न अस्पतालों में जिंदगी के लिए जूझ रहे हैं।
बचाव पाए लोगों के अनुसार, हमलावरों की संख्या छह थी और वे भारतीय सेना की वर्दी में थे। आतंकियों ने पहले पर्यटकों को इकट्ठा किया, उनसे नाम पूछे और इस्लामी आयतें सुनाने को कहा। जो लोग ऐसा नहीं कर पाए, उन्हें बेहद नजदीक से गोली मार दी गई। एक चश्मदीद ने बताया कि हमलावर हँसते हुए हत्याएं कर रहे थे।
घाटी में भय और गुस्से का माहौल है, और देश इस क्रूरता से स्तब्ध है। सुरक्षा बलों ने अनंतनाग और आसपास के जिलों में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। संदिग्ध आतंकियों के स्केच जारी कर दिए गए हैं ताकि जनता की मदद से उनकी पहचान कर उन्हें जल्द पकड़ा जा सके। गृह मंत्री अमित शाह ने हमले के तुरंत बाद कश्मीर पहुंच कर बैसरण क्षेत्र का दौरा किया और मौके की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने सेना और पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर यह आश्वासन दिया कि इस नृशंस हमले के गुनहगारों को कठोर और त्वरित सज़ा दी जाएगी।
बताया जा रहा है कि यह हमला पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन 'द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF)' द्वारा किया गया है, जिसे लश्कर-ए-तैयबा का मुखौटा संगठन माना जाता है। इस घटना को आगामी पर्यटन सीज़न से पहले घाटी की शांति और स्थिरता को भंग करने की साज़िश के रूप में देखा जा रहा है। इसके चलते जम्मू-कश्मीर के सभी प्रमुख शहरों और प्रवेश मार्गों पर सुरक्षा और सख्त कर दी गई है।